ओंडान्सेट्रॉन टैबलेट्स के उपयोग के लिए व्यापक गाइड
परिचय:
यूँ तो ओंडान्सेट्रॉन टैबलेट ड्रग एवं कॉस्मेटिक एक्ट के Schedule H में आती है जिसका वितरण और उपयोग बिना डॉक्टर की प्रिस्क्रिप्शन के नहीं किया जा सकता। Ondansetron (ओंडान्सेट्रॉन) एक एंटीएमेटिक (Antiemetics) ड्रग है जिसका मुख्य उपयोग मतली और उलटी को रोकने के लिए किया जाता है। वास्तव में यह दवा उन केमिकल्स के विरुद्ध काम करती है जो उलटी या मतली का कारण बनते हैं। Ondansetron के प्रमुख ब्रांडों में से Fonde -4 MD टेबलेट एक है।
ओंडान्सेट्रॉन टैबलेट का उपयोग ज्यादातर किसी भी तरह के ऑपरेशन के बाद उलटी और मतली की सम्भावना को रोकने के लिए किया जाता है। इनके अतिरिक्त भी विभिन्न अन्य मेडिकल अवस्थाओं में इस दवा का उपयोग किया जा सकता है।
यह दिन में दो बार भोजन के साथ या खली पेट ली जा सकती है। हमारा सुझाव् है आप कोई भी प्रिस्क्रिप्शन दवा बिना डॉक्टर की सलाह के न लें।
ओंडान्सेट्रॉन एक प्रभावी दवा है जो उलटी और मतली में काफी कारगर है। आमतौर पर यह सुरक्षित दवा है , यह दवा अन्य दवाओं के साथ ली जा सकती है जो किसी प्रकार का रिएक्शन नहीं करती। यह बड़ी आसानी से हर केमिस्ट शॉप पर उपलब्ध होती है।
ओंडान्सेट्रॉन टैबलेट्स के चिकित्सीय उपयोग
ओंडान्सेट्रॉन टेबलेट्स के विभिन्न चिकित्सीय उपयोग हो सकते हैं यह डॉक्टर के विवेक पर निर्भर करता है। कुछ प्रमुख उपयोग इस प्रकार हैं:
- ओंडान्सेट्रॉन टेबलेट्स का मुख्य उपयोग सर्जरी या ऑपरेशन के बाद मरीज़ को उलटी या मतली की सम्भावना को रोकने के लिए किया जाता है।
- इसका अन्य उपयोग कीमोथेरपी और रेडिएशन उपचार के कारन लगने वाली उल्टी को रोकने के लिए भी किया जा सकता है।
- कुछ मरीज़ो में माइग्रेन रोग की वजह से जो उल्टी लगती है उसके रोकथाम के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
- गर्भावस्था में जी मचलाना या उलटी की इच्छा होने में भी इस दवाई का उपयोग किया जाता है।
ओंडान्सेट्रॉन टेबलेट्स कैसे काम करती है ?
ओंडान्सेट्रॉन का उपयोग विभिन्न कारणों से उल्टी या मतली की सम्भावना को रोकने के लिए किया जाता है।ओंडान्सेट्रॉन Serotonin 5 -HT3 रिसेप्टर विरोधी केटेगरी की दवा है यह मुख्यता सेरोटोनिन पदार्थ के कार्य को रोक देती है, यही सेरोटोनिन शरीर में उलटी और मतली की भावना को बल देता है जिससे उल्टी लगने का खतरा बढ़ जाता है। 2
ओंडान्सेट्रॉन की फार्माकोकिनेटिक्स इस प्रकार है:
अवशोषण (Absorption)ओंडान्सेट्रॉन मुँह के द्वारा लिया जाता है इसका मुख्य अवशोषण GI ट्रैक्ट द्वारा होता है, इसका पीक प्लाज्मा कंसंट्रेशन लगभग एक घंटा 30 मिनट होता है जब यह एकल खुराक 8 mg एक बार ली जाये। मौखिक खुराक में इसका अधिकतम जैव उपलब्धता लगभग 60 प्रतिशत (50%-70%) रहता है। 3
वितरण (Distribution)
ओंडान्सेट्रॉन मौखिक खुराक लेने के बाद सबसे पहले रक्त-मस्तिष्क बाधा को पार करता है।उसके बाद यह यकृत (Liver) और गुर्दे में पास होकर फिर वितरित होता है। इसका सीएसएफ सांद्रता मानव स्वयंसेवकों (human volunteers) में प्लाज्मा सांद्रता का केवल लगभग 10%-15% है
ओंडान्सेट्रॉन मौखिक खुराक लेने के बाद सबसे पहले रक्त-मस्तिष्क बाधा को पार करता है।उसके बाद यह यकृत (Liver) और गुर्दे में पास होकर फिर वितरित होता है। इसका सीएसएफ सांद्रता मानव स्वयंसेवकों (human volunteers) में प्लाज्मा सांद्रता का केवल लगभग 10%-15% है
चयापचय (Metabolism)
ओंडान्सेट्रॉन मुख्यत यकृत (लिवर) में ही चयापचय (Metabolize) होता है। चयापचय की मुख्य विधि ऑक्सीडेशन है। मुख्य चयापचय उत्पाद 8 -हाइड्रोक्सी-ओंडान्सेट्रॉन जो 40 % से अधिक है। 7 -हाइड्रोक्सी-ओंडान्सेट्रॉन भी एक एंटीमैटिक है।
उत्सर्जन
बिना अवशोषित ओंडान्सेट्रॉन और उसके चयापचय (Metabolized) उत्पाद मुख्य रूप से मूत्र मार्ग से उत्सर्जित होते हैं।
ओंडान्सेट्रॉन मुख्यत यकृत (लिवर) में ही चयापचय (Metabolize) होता है। चयापचय की मुख्य विधि ऑक्सीडेशन है। मुख्य चयापचय उत्पाद 8 -हाइड्रोक्सी-ओंडान्सेट्रॉन जो 40 % से अधिक है। 7 -हाइड्रोक्सी-ओंडान्सेट्रॉन भी एक एंटीमैटिक है।
उत्सर्जन
बिना अवशोषित ओंडान्सेट्रॉन और उसके चयापचय (Metabolized) उत्पाद मुख्य रूप से मूत्र मार्ग से उत्सर्जित होते हैं।
ओंडान्सेट्रॉन टैबलेट्स के विभिन्न प्रकार और ब्रांड
दुनिया और भारत में ओंडान्सेट्रॉन के लाखों ब्रांड मौजूद हैं जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं:-
ओंडान्सेट्रॉन विभिन्न dosage फॉर्म में उपलब्ध है। जिसमे टेबलेट्स, ओरल'ड्रॉप्स तथा इंजेक्शन शामिल हैं। इन सब में टेबलेट्स का उपयोग सबसे ज्यादा होता है।
ओंडान्सेट्रॉन से सम्बन्धित सुरक्षा और सावधानियां
ओंडान्सेट्रॉन मेडिसिन का अन्य मेडिसिन के साथ अन्योन्यक्रिया (Drug Interaction) के प्रमाण मिले हैं। कुछ विशेष अन्योन्यक्रिया (Drug Interaction) इस प्रकार की हो सकती हैं:
चयापचय (Metabolism) : इरिथ्रोमाइसिन (Erythromycin), क्लैरिथ्रोमाइसिन (Clarithromycin), तथा क्विनोलोन एंटीबायोटिक्स से ओंडान्सेट्रॉनके मेटाबोलिज्म पर प्रभाव पड़ सकता है।
सेरोटोनिन सिंड्रोम: डिप्रोफन (Deprofen), सेरोक्विन (Seroquin), और ओक्सीकोडोन (Oxecodone) इत्यादि दवाओं से सेरोटोनिन सिंड्रोम का कारण बन सकती हैं यह एक गंभीर मेडिकल इमरजेंसी है। इसलिए इन दवाओं के साथ इस दवा का उपयोग केवल डॉक्टर की सलाह पर ही करें।
अल्कोहल: ओंडान्सेट्रॉन मेडिसिन के साथ शराब का सेवन उल्टी की सम्भावना को बढ़ा देता है। इसलिए यदि आप ओंडान्सेट्रॉन का उपयोग कर रहे हैं तो शराब के सेवन से बचना चाहिए।
गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए विशेष देखभाल:
ओंडान्सेट्रॉन को वैसे तो गर्ब्वती महिलाओं को दिया जा सकता है लेकिन यह हमेशा डॉक्टर की निगरानी में ही होना चाहिए क्योंकि गर्भावस्था की कई अवश्थायें होती हैं। इसलिए यह पूरी तरह डॉक्टर को सोचना है कि आपको कोनसी दवा देनी हैं।
बच्चो को इसकी ड्रॉप्स से कोई समस्या नहीं है। बड़ी उम्र के बच्चो को माउथ देसोल्विंग टेबलेट दी जा सकती है।
ओंडान्सेट्रॉन टैबलेट्स: खरीदारी, संग्रहण और शेल्फ लाइफ
प्रिस्क्रिप्शन की आवश्कयता है : जैसे की विदित है कि ओंडान्सेट्रॉन टेबलेट एक Schedule H ड्रग है जो बिना प्रिस्क्रिप्शन के आप नहीं खरीद सकते। इसके लिए किसी रजिस्टर्ड मेडिकल practiotioner या डॉक्टर की पर्ची की जरुरत होती है।
संग्रहण मार्गदर्शिका: यह दवा आप स्टॉक नहीं कर सकते। यदि आप पर्सनल इस्तेमाल के लिए ले रहे हैं तो ज्यादा से ज्यादा 6 महीने का स्टॉक ही रख सकते है, अन्यथा आपके पास ड्रग लाइसेंस होना जरुरी है।
शेल्फ लाइफ : ओंडान्सेट्रॉन टेबलेट की शेल्फ लाइफ अक्सर 24 महीने ही होती है। इसके बाद आप इसका उपयोंग नहीं कर सकते।
ओंडान्सेट्रॉन टेबलेट: मूल्य, बीमा एवं गवर्नमेंट पैनल
मूल्य: ओंडान्सेट्रॉन टेबलेट के 10 टेबलेट की स्ट्रिप 50 रूपए में आसानी से मिल जाती है। वैसे तो हर कंपनी की अपनी अलग प्राइस होती है जैसे Fonde-4 MD टेबलेट की MRP-46.50/- रूपए है।
बीमा कवरेज: ओंडान्सेट्रॉन टेबलेट हर बीमा कंपनी की पालिसी में कवर होती है यदि आपकी पोस्ट सर्जरी थेरेपी में यह शामिल है तो आपको इसका पूरा रैम्बुरसेमेन्ट मिलेगा।
ओंडान्सेट्रॉन टेबलेट FDA विनियामक स्वीकृति और इतिहास:
ओंडान्सेट्रॉन टेबलेट FDA स्वीकृति USA:
ओंडान्सेट्रॉन टेबलेट का सबसे पहले FDA द्वारा 27.08.1999 को Zofran टेबलेट के लिए ग्लैक्सो वेलकम इंक कंपनी के लिए अप्रूवल किया गया था जिसका एप्लीकेशन नंबर 020103/S015 था। 4
ओंडान्सेट्रॉन टेबलेट का ऐतिहासिक विकास:
ओंडान्सेट्रॉन मेडिसिन की शुरुवाती खोज 1980 में GlaxoSmithekline(gsk) के द्वारा इंग्लैंड के वैज्ञानिकों द्वारा है। इसका अनुमोदन 1991 में US FDA द्वारा किया गया था। यह एक antiemetic क्लास की मेडिसिन है। इसका विकास मीग्रैन की दवा के रूप में किया गया था बाद में यह उल्टी और मितली के उपचार में कारगर पाया गया।
ओन्डानसेट्रॉन सेरोटोनिन 5-HT3 रिसेप्टर को लक्षित करने वाली पहली दवा थी, जिसे मतली और उल्टी में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए माना जाता है। 5
सन्दर्भ:
- Ondansetron: Alexandria Griddine; Jeffrey S. Bush-[National Library of Medicine]
- Ondansetron:- [MedlinePlus(.com)]
- Ondansetron: Alexandria Griddine; Jeffrey S. Bush [National Library of Medicine]
- Zofran Tablet [US Food & Drug Administration]
- Ondansetron: [SienceDirect(.com)]
अस्वीकरण:
इस साइट(www.laafonlearn.com) पर उपलब्ध सभी जानकारी और लेख केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए हैं। यहां दी गई जानकारी का उपयोग किसी भी स्वास्थ्य समस्या या बीमारी के निदान या उपचार के लिए विशेषज्ञ की सलाह के बिना नहीं किया जाना चाहिए। चिकित्सा परीक्षा और उपचार के लिए हमेशा एक योग्य चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।
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